प्रोलिंगो न्यूज डेस्क :
देश 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों में अगले शैक्षिक सत्र से हिंदी व कई भारतीय भाषाओं में सिविल—इलेक्ट्रिकल—केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने की कवायद तेज है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद इंजीनियरिंग के 128 पाठ्यक्रमों का 11 भारतीय भाषाओं में अनुवाद कर चुकी है। अन्य पर काम जारी है।
   वैश्विक हिंदी परिवार तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा की ओर से पिछले दिनों आयोजित वेब बैठक की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि देश के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों को अगले सत्र से हिंदी व कई भारतीय भाषाओं में सिविल-इलेक्ट्रिकल-केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि परिषद ने उच्च तकनीकी पाठों के 11 भाषाओं में 90% तक सही मशीनी अनुवाद की क्षमता विकसित कर ली है। 8-9 भाषाओं में इंजीनियरिंग शिक्षा पर तेज़ी से काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रालय भारतीय भाषाओं में उच्च तकनीकी शिक्षा पर कई समितियों और एक कार्यबल का गठन कर चुका है। कार्यबल के तीन सदस्य गोष्ठी में मौजूद थे। कई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs) में अगले सत्र से प्रथम वर्ष में हिंदी में पढ़ाई की तैयारी की जा रही है। 

1 Comments

  1. विज्ञान और तकनीकी भाषाओं की हिंदी में पढ़ाई तभी सफल हो सकती है जब इसकी नीव
    प्रारंभ से ही मजबूत की जाए.

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