प्रोलिंगो न्यूज : महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा द्वारा गठित भारतीय अनुवाद संघ से बहुत कम समय में करीब 1100 अनुवादक जुड़ चुके हैं। संघ के गठन का उद्देश्य संस्कृत तथा अन्य भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी तथा अन्य विदेशी भाषाओं में उपलब्ध ज्ञान के साहित्य का हिंदी भाषा में अनुवाद किया जाना है। विश्वविद्यालय की ओर से अध्येताओं, शिक्षकों, अनुवादकर्मियों को संघ में पंजीकरण के लिए आमंत्रित किया गया था। 

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा की ओर से गत वर्ष भारतीय अनुवादक संघ की स्थापना की गई थी। इस संबंध में 30 मई 2020 को विश्वविद्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि भारतीय अनुवाद संघ सहयोग पर आधारित एक राष्ट्रीय कार्य समूह होगा जिसमें देश और दुनियाभर के भारतीय एवं विदेशी भाषाओं के अनुवादक, विशेषत: हिंदी में अनुवाद करने वाले अनुवादक, शामिल हो सकते हैं। अनुवादकों के पंजीकरण के लिए गूगल फॉर्म का लिंक जारी किया गया था। विश्वविद्यालय की इस पहल को हिंदी अनुवादकों ने हाथोंहाथ लिया। 

भारतीय अनुवाद संघ के सह—संयोजक डॉ. श्रीनिकेत कुमार मिश्र ने बताया कि संघ से लगभग 1100 अनुवादक जुड़ चुके हैं। ज्ञान साहित्य के अनुवाद को लेकर संघ की कई योजनाएं हैं। कोविड—19 के कारण संघ की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। शीघ्र ही संघ के साथ पंजीकृत अनुवादकों को आगामी योजनाओं के संबंध में सूचित किया जाएगा। 


भारतीय अनुवाद संघ में पंजीकरण के लिए आप गूगल फॉर्म के नीचे दिए गए लिंक का उपयोग कर सकते हैं। यहां पंजीकरण नि:शुल्क है।

हिंदी के लिए लिंक: https://forms.gle/Am9GedTLLKF4Xeow7
अंग्रेजी के लिए लिंक: https://forms.gle/Kc8gZ3MFC1fAzBmZA

Post a Comment

Previous Post Next Post