वेब रिपोर्टर : भारतीय अनुवाद परिषद, नई दिल्ली की ओर से एकवर्षीय वाकसेतु स्नातकोत्तर अनवाद (अंग्रेजी-हिन्दी-अंग्रेजी) डिप्लोमा पाठ्यक्रम में शैक्षिक वर्ष 2021-2022 के अंतर्गत प्रवेश हेतु कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है।
परिषद के निदेशक डॉ. पूरनचंद टंडन ने बताया कि भारतीय अनुवाद परिषद, नई दिल्ली, भारतीय तथा विदेशी भाषाओं के अनुवादकों की एकमात्र अखिल भारतीय स्वयंसेवी संस्था है जो विगत 58 वर्षों से अनुवाद के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। आवेदन पत्र सोमवार, 26 जुलाई 2021 से किसी भी कार्यदिवस में प्रातः 10.00 से सायं 4.00 बजे तक 200/- रुपए नकद अथवा 250/- रुपए का मनीऑर्डर/डीडी भेजकर प्राप्त कर सकते हैं। भुगतान राशि केवल 'भारतीय अनुवाद परिषद' के नाम से ही भेजें। आवेदन-पत्र प्राप्त करने एवं जमा कराने की अंतिम तिथि, बुधवार 25 अगस्त 2021 निश्चित की गई है।
दो बैच में चल रहा है पाठ्यक्रम
इस पाठ्यक्रम के दो बैच चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रथम बैच का समय सायं 4.00 से 5.30 बजे तथा दूसरे बैच का समय सायं 6.00 से 7.30 बजे तक निश्चित है। विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार किसी एक बैच का चयन कर सकते हैं। पाठ्यक्रम की कक्षाएँ सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, बुधवार तथा बृहस्पतिवार के लिए निर्धारित हैं। यदि सब कछ पूर्ववत ठीक-ठाक हो जाता है तो कक्षाएं ऑफलाइन होंगी। अन्यथा स्थितियां ठीक होने तक पाठयक्रम की कक्षाएँ ऑनलाइन ही आयोजित की जाएंगी।
कौन ले सकता है पाठ्यक्रम में प्रवेश
किसी भी विषय में स्नातक (बी.ए./बी.कॉम/बी.एस.सी./बी.ए. ऑनर्स/बी.ए. प्रोग्राम आदि उपाधि प्राप्त कर चुके विद्यार्थी या स्नातक उपाधि के लिए तृतीय वर्ष की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थी, स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर चुके या शिक्षारत, जो विद्यार्थी अनुवादक, राजभाषा-अधिकारी बनने की योग्यता अर्जित करना चाहते हैं अथवा रेडियो, दूरदर्शन, सम्पादन, पत्रकारिता, सूचना-प्रौद्योगिकी तथा भाषा-प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों को जीविकोपार्जन के लिए चुनना चाहते हैं, उनके लिए परिषद के इस रोज़गारोन्मुख पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने का सुनहरा अवसर है।
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