लंदन में रहने वाली शिखा वार्ष्णेय बनीं यह पुरस्कार पाने वाली पहली प्रवासी युवा
वेब रिपोर्टर : विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय प्रोत्साहन सम्मान 2021 के लिए पांच युवा चेहरों का चयन कर लिया गया है। साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा, कला और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए चुने गए इन पांच युवाओं में पहली बार किसी प्रवासी युवा को चुना गया है। लंदन में रह रही शिखा वार्ष्णेय को यह पुरस्कार साहित्य और पत्रकारिता के लिए दिया जाएगा। प्रख्यात साहित्यकार विष्णु प्रभाकर की 110वीं जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में यह सम्मान विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान और गांधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा की सन्निधि संगोष्ठी की ओर से दिया जाएगा।
विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान के मंत्री अतुल प्रभाकर ने बताया कि जब कोरोना की स्थितियां सामान्य होंगी तो दिल्ली में सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। अतुल कुमार के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अभिषेक अवस्थी को साहित्य के लिए, छत्तीसगढ़ की डॉ. मनीषा पांडेय को समाज सेवा के लिए, दिल्ली के आकाश द्विवेदी कला के लिए और शिक्षा के लिए आलोक सिंह को विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय प्रोत्साहन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। पिछले साल समाज सेवा के लिए पुणे की हेमलता म्हस्के, गांधीवादी पत्रकारिता के लिए दिल्ली के पंकज चौबे, साहित्य के प्रांजल धर, गांधीवादी लेखन के अहमदाबाद के किरण कापुर और पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान देने वाले उत्तराखंड के अरण्य रंजन को विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय प्रोत्साहन सम्मान देने की घोषणा गई थी। इस बार इन सभी को भी दिल्ली में होने वाले समारोह में सम्मानित किया जाएगा। पिछले दस सालों में चालीस से अधिक युवाओं को यह सम्मान दिया गया है।
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