प्रोलिंगो एडिटर्स डेस्क: बांग्लादेश की चर्चित निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन की पुस्तक ‘द्विखंडितो’ (दो भागों में बंटा) को आप अंग्रेजी भाषा में ‘स्प्लिट ए लाइफ’ में पढ़ सकते हैं। जो लोग बांग्ला नहीं जानते उनके लिए माहाघ्र्य चक्रवर्ती के इस अनुवाद ने कठिनाई खत्म कर दी है। पुस्तक के रूप में इस अनुवाद का प्रकाशन पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया ने फरवरी 2018 में किया है। अब तक इस पुस्तक की ढेरों प्रतियां बिक चुकी हैं। अनूदित पुस्तक में कुल 496 पेज हैं। इसमें तस्लीमा के अनुभव और कामकाज, डॉक्टर के रूप में उनके कार्यकाल का विवरण है। किताब में बताया गया है कि लेखिका कट्टरपंथियों के निशाने पर कैसे आ गईं, ‘लज्जा’ कैसे प्रतिबंधित की गई और भारत में निर्वासन में उनका जीवन कैसा रहा है। इसी किताब को लेकर साल 2003 में काफी विवाद हुआ था और तत्कालीन वाममोर्चा नीत पश्चिम बंगाल सरकार ने कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत करने के मामले में किताब को प्रतिबंधित कर दिया था। बांग्ला में लिखे उक्त किताब को बांग्लादेश में भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।
बता दें कि तस्लीमा को महिला अधिकारों और धार्मिक कट्टरता की आलोचनाओं पर अपने लेखन के लिए जाना जाता है। हालांकि कलकत्ता हाईकोर्ट ने 2005 में प्रतिबंध को हटा दिया था। 1 जिसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने भी पाबंदी हटा दी थी। जब विवाद अधिक बढ़ा तो तस्लीमा को आखिरकार कोलकाता से जाना पड़ा और किताब के अध्यायों को हटाना पड़ा। उन पर 40 लाख डॉलर का मानहानि का मामला भी दर्ज किया गया।
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