प्रोलिंगो एडिटर्स डेस्क : महाराष्ट्र के सोलापुर के प्राइमरी स्कूल के शिक्षक रनजीत सिंह दिसले अपनी जीवट इच्छाशक्ति की बेजोड़ मिसाल हैं। बालिका शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए दिसले को जून 2021 से जून 2024 के लिए वर्ल्ड बैंक एजुकेशन का सलाहकार बनाया गया है। गौरतलब है कि दिसले ग्लोबल टीचर अवार्ड जीत बढ़ा चुके हैं। सोलापुर इलाके में गरीब परिवारों से आने वाली लड़कियों की पढ़ाई में दिसले का बहुत बड़ा योगदान है। दिसले ने साल 2009 में स्कूल में शिक्षण कार्य शुरू किया। शुरुआत में इस स्कूल में लड़कियों की संख्या बहुत कम थी लेकिन उनके प्रयासों से जिला परिषद के स्कूल में उनकी संख्या बढ़ने लगी। स्कूल में लड़कियों को कन्नड़ में शिक्षा देने के लिए दिसले ने पहले यह भाषा सीखी। इसके बाद कन्नड़ भाषा में पुस्तकों का अनुवाद किया। दिसले ने क्यूआर आधारित जो टेक्स्ट बुक तैयार किया उसका इस्तेमाल आज पूरे देश में हो रहा है। दिसले के स्कूल में अब छात्र की उपस्थिति 100 प्रतिशत है। बच्चों को तेजी से सीखाने में मदद करने के लिए वर्ल्ड बैंक ने एक नए कोच प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रोजेक्ट के तहत शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा। सोलापुर इलाके में गरीब परिवारों से आने वाली लड़कियों की पढ़ाई में दिसले का बहुत बड़ा योगदान है। पुरस्कार जीतन के बाद दिसले ने कहा कि वह अपने एक मिलियन डॉलर के पुरस्कार को नौ अन्य प्रतिभागी शिक्षकों के साथ साझा करेंगे।

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