प्रोलिंगो न्यूज़ डेस्क : केंद्र सरकार ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषाओं की श्रेणी में शामिल करने का प्रस्ताव अभी विचाराधीन है। इस बारे में सकारात्मक दृष्टि से विचार कर निर्णय लिया जाएगा। संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने प्रश्नकाल में विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच गोपाल चिनॉय शेट्टी के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए यह टिप्पणी की। मेघवाल ने कहा कि शास्त्रीय भाषाओं में तमिल, कन्नड़, उड़िया आदि कुछ भाषाएं शामिल हैं और जहां तक मराठी भाषा को इसमें शामिल करने की बात है यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2004 और नवंबर 2005 में जारी अधिसूचनाओं के तहत शास्त्रीय भाषाओं से संबंधित कार्य संस्कृति मंत्रालय के अधीन लाया गया। उन्होंने कहा कि विषय विशेषज्ञों की आठ सदस्यों वाली एक समिति मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषाओं में शामिल करने संबंधी सभी तथ्यों पर सकारात्मक दृष्टि से विचार कर आगे बढ़ेगी। 

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